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नागौर20 मिनट पहले
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रालोपा विधायक पुखराज गर्ग ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए यह मामला उठाया।
नागौर जिले के डीडवाना में सरकारी स्कूल की शिक्षिका के अपहरण और दुष्कर्म के प्रयास का मामला सोमवार को शून्यकाल के दौरान विधानसभा में गूंजा। रालोपा विधायक पुखराज गर्ग ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए यह मामला उठाया। गर्ग ने इस मामले में नागौर के खुनखुना पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा करते हुए कार्रवाई की मांग की।
पुखराज गर्ग ने कहा कि शिक्षिका को स्कूल से घर लौटते समय वैन में बैठाकर लूट और बलात्कार का प्रयास किया। उसे नग्न अवस्था में गड्डे में फेंक दिया। पीड़िता का एसएमएस के ट्रोमा सेंटर में इलाज चल रहा है। इस तरह की विभत्स घटना की पुख्ता जानकारी मिलने के बावजूद पुलिस ने ढिलाई बरती।
गर्ग ने कहा कि सबकुछ पता होने के बावजूद खुनखुना थानाधिकारी ने एकमात्र पुलिसकर्मी को मुख्य अभियुक्त के घर भेजा, इसका फायदा उठाकर वह भाग गया। इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। खुनखुना थानाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस की इस तरह की कार्यशैली से जनता में रोष है।
ये है मामला
जिले के खुनखुना थाना क्षेत्र के एक गांव में मिडिल स्कूल की शिक्षिका शनिवार को अपने गांव सीकर जाने के लिए रवाना हुई थी। इस दौरान उसी गांव के एक वैन चालक नरेंद्र ने कहा कि वो भी सीकर की तरफ ही जा रहा है। उक्त गांव से 12 किमी दूर वैन चालक ने गलत रास्ते पर डाला तो महिला शिक्षिका ने विरोध करना शुरू कर दिया। एक तलाई में वैन चालक आरोपी नरेंद्र ने रोककर वैन से निकल कर अपने मित्रों को फोन कर बुलवा लिया और गैंग रेप का प्रयास करने लगा।
महिला द्वारा युवकों का विरोध करने पर महिला के साथ मारपीट कर कपड़े फाड़ दिए और सिर में कांच की बोतलनुमा वस्तु से प्रहार किया, जिससे सिर में काफी चोट आई। विरोध करने और लोगों के आने की भनक लगते ही तीनों युवक मारपीट कर महिला को एक गड्डे में डालकर भाग गए।